
इटवा तहसील क्षेत्र के खुनियांव विकास खंड अंतर्गत पेंदा नानकार गांव में सात दिवसीय संगीतमय श्रीराम कथा का भव्य समापन हुआ। अंतिम रात कथावाचक बलराम दास शास्त्री महाराज ने प्रभु श्रीराम के राज्याभिषेक की कथा सुनाई। श्रद्धालु भाव-विभोर होकर जयश्रीराम के जयघोष में डूब गए। पंडाल में पुष्प वर्षा और भजनों की गूंज से भक्तिमय माहौल बना रहा।
झांकी ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया
कथावाचक बलराम दास शास्त्री महाराज ने बताया कि रावण का वध करने और विभीषण को लंका का राजा बनाने के बाद प्रभु श्रीराम अयोध्या लौटे। अयोध्या नगरी ने उनका भव्य स्वागत किया। गुरू वशिष्ठ के निर्देश पर भगवान श्रीराम का जलाभिषेक हुआ, जिसने पूरी अयोध्या को खुशी से झूमने पर मजबूर कर दिया। कार्यक्रम के दौरान श्रीराम के राज्याभिषेक की सुंदर झांकी प्रस्तुत की गई। झांकी ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
श्रद्धालुओं ने भंडारे में ग्रहण किया प्रसाद
कथा की पूर्णाहुति के बाद विशाल भंडारे का आयोजन कियागया। बड़ी संख्या में श्रद्धालु प्रसाद ग्रहण करने पहुंचे। पंडाल में मौजूद श्रद्धालुओं ने एक-दूसरे को प्रसाद बांटते हुए भक्ति भाव से कार्यक्रम का समापन किया। कार्यक्रम में बलिराज यादव, राधेश्याम एडवोकेट, प्रदीप यादव, पुजारी चौधरी, ज्वाला चौधरी, विजय बहादुर सिंह, ताहर सिंह, बलवंत पाठक, छोटू सिंह, गोविंद मौर्य, अभिषेक पांडेय, दयाराम यादव और ब्रजराज यादव सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। सभी ने कथा और भंडारे में हिस्सा लेकर श्रीराम के प्रति अपनी आस्था प्रकट की।